स्वतंत्रता के अमृत काल में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की जयंती जनपद में 14 से 28 अप्रैल तक उत्सव के रूप में भव्य रूप से मनाई जा रही है। इस अवसर पर जनपद भर में “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” विषय को केंद्र में रखते हुए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रमों की प्रमुख झलकियाँ:
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प्रभात फेरी के माध्यम से बच्चों व युवाओं ने बाबा साहेब के विचारों व संविधान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाया।
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पंचायत भवनों में प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं, जहाँ बाबा साहेब के योगदान को स्मरण किया गया।
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संविधान निर्माण की भूमिका पर आधारित विशेष व्याख्यान व परिचर्चाएं आयोजित हुईं।
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स्कूलों और कॉलेजों में वाद-विवाद प्रतियोगिताएं व गोष्ठियाँ हुईं, जिसमें युवाओं ने संविधान व सामाजिक समानता जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब का जीवन संघर्ष, सामाजिक समरसता और न्याय आधारित भारत के निर्माण का प्रतीक है। उनका संविधान भारत की आत्मा है और हर नागरिक के स्वाभिमान का आधार।
आगे भी होंगे विविध कार्यक्रम
जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से बताया गया कि 28 अप्रैल तक विभिन्न सांस्कृतिक, शैक्षिक व सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। सभी विभागों को इन कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
