खनऊ, 16 अप्रैल 2025 – उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के मा० राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दया शंकर मिश्र ‘दयालु’ की अध्यक्षता में कार्यालय आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, लखनऊ में एक महत्वपूर्ण विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में विभाग के प्रमुख सचिव, आयुक्त, विशेष सचिव, संयुक्त सचिव, उपायुक्त, समस्त मण्डलीय व जनपदीय सहायक आयुक्त (खाद्य), खाद्य सुरक्षा अधिकारी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। आयुक्त महोदय द्वारा विभागीय कार्यों की विस्तृत प्रस्तुति दी गई, जिसमें संगठनात्मक ढांचे, कोर्ट केसों की स्थिति, प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण, फूड सेफ्टी कनेक्ट ऐप, उपभोक्ता जागरूकता और सैम्पलिंग प्रक्रिया जैसे अहम मुद्दों पर समीक्षा की गई।
मा० मंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देश:
1. न्यायालयों में लंबित वादों की प्रभावी पैरवी कर शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
2. IGRS के तहत प्राप्त जन शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो तथा प्रत्येक कार्यालय में 10 से 12 बजे तक जनसुनवाई अनिवार्य रूप से की जाए।
3. फल विपणन केन्द्रों व प्रतिष्ठानों पर सतत निगरानी रखते हुए कैल्शियम कार्बाइड व अन्य प्रतिबंधित रसायनों पर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
4. सिंथेटिक रंगयुक्त खाद्य/पेय पदार्थों पर विशेष प्रवर्तन कर ठोस कार्यवाही हो।
5. मोबाइल फूड सेफ्टी वैन (FSW) का ग्रामीण व शहरी बाजारों में व्यापक उपयोग कर आमजन को जागरूक किया जाए।
6. प्रोटीन पाउडर निर्माण इकाइयों की सघन जांच कर गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
7. FSSAI की योजनाओं जैसे Eat Right School, Clean Street Food Hub आदि के अंतर्गत संस्थानों का गुणवत्तापूर्ण सर्टिफिकेशन किया जाए।
8. फलों के कृत्रिम पकाने हेतु अधिकृत राइपनिंग चैम्बर्स की संख्या बढ़ाई जाए तथा अनधिकृत प्रक्रिया पर कार्रवाई हो।
9. नवसृजित प्रयोगशालाओं को निर्धारित समयसीमा में संचालित कर नमूनों का विश्लेषण प्रारंभ किया जाए।
10. सभी खाद्य कारोबारकर्ताओं को 1 माह में लाइसेंस/पंजीकरण से आच्छादित करने हेतु विशेष अभियान चलाया जाए।
विशेष सराहना:
मा० मंत्री जी द्वारा जनपद कानपुर नगर, गोरखपुर, सहारनपुर, बलिया एवं वाराणसी द्वारा की गई विशेष प्रवर्तन कार्यवाहियों की सराहना की गई एवं भविष्य में ऐसे प्रभावी कार्यों की निरंतरता बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
निष्कर्ष:
बैठक के अंत में मा० मंत्री जी ने विभागीय अधिकारियों को आम जनमानस के स्वास्थ्य व सुरक्षा के प्रति ईमानदारी, पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की अपेक्षा जताई।
