बदायूं, 24 अप्रैल।
प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने विकास भवन सभागार में भूसा प्रबंधन, गौ संरक्षण और योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान अनुपस्थित पशु चिकित्सा अधिकारी म्याऊं का एक दिन का वेतन काटने व स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए गए।
मंत्री ने स्पष्ट कहा कि गौचर भूमि पर कब्जा करने वालों को भूमाफिया चिन्हित कर जेल भेजा जाए। साथ ही खाली कराई गई भूमि पर चारा बोने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंशों के लिए भूसे का बफर स्टॉक तैयार रहे और गौशालाओं में सुविधाएं, जैसे छाया, पानी, तिरपाल, साफ-सफाई की व्यवस्था सुदृढ़ की जाए।
उन्होंने बताया कि बदायूं को 13 मोबाइल वैन केंद्र सरकार से मिली हैं और टोलफ्री नंबर 1962 पर कॉल करने से एंबुलेंस, डॉक्टर व दवाएं उपलब्ध होंगी।
वर्तमान में जनपद में 32,081 निराश्रित गोवंश संरक्षित हैं, और सहभागिता योजना में प्रति पशुपालक राशि 50 रुपए प्रति गोवंश कर दी गई है।
गौ सेवा को “धर्म” बताते हुए मंत्री ने कहा कि गाय के गोबर में लक्ष्मी और दूध में अमृत का वास है। उन्होंने जनता से भी गौ संरक्षण में सहभागिता की अपील की।
