बदायूं, 24 मार्च:
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान और 20 दिवसीय दस्तक अभियान के तहत बदायूं जिले में टीबी मरीजों के लिए एक सराहनीय पहल की गई। जिला क्षय रोग केंद्र बदायूं एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उझानी में गुरुवार को टीबी मरीजों को तीसरी पोषण पोटली वितरित की गई।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा द्वारा गोद लिए गए 20 मरीजों को जिला क्षय रोग केंद्र बदायूं में पोषण पोटली दी गई। वहीं, नगर अध्यक्ष भाजपा सचिन कुमार अग्रवाल द्वारा गोद लिए गए 10 मरीजों को उझानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पोषण सामग्री प्रदान की गई।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने जानकारी दी कि इलाज के दौरान सरकार की ओर से हर टीबी मरीज को 1000 रुपये प्रतिमाह डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से उनके खातों में भेजे जा रहे हैं। इसका उद्देश्य मरीजों को पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराना और शीघ्र स्वस्थ करना है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री की प्रेरणा से नगर अध्यक्ष सचिन अग्रवाल ने भी 10 मरीजों को स्वेच्छा से गोद लिया है, जो समाज के लिए एक प्रेरणादायक कदम है। उन्होंने अन्य लोगों से भी अपील की कि वे समाजसेवा की भावना से टीबी मरीजों को गोद लें और उन्हें पोषण सहायता प्रदान करें।
टीबी लक्षणों की पहचान और दस्तक अभियान:
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि एक टीबी मरीज एक वर्ष में 10-15 लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसलिए जिन लोगों को 15 दिन से ज्यादा खांसी, बुखार, भूख की कमी, वजन घटना, सीने में दर्द, रात में पसीना और बलगम में खून आने जैसे लक्षण हैं, वे तुरंत बलगम की जांच कराएं।
10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी के संभावित मरीजों की पहचान करेंगी और उनकी जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कराएंगी। टीबी की पुष्टि होने पर 6 महीने तक मुफ्त दवा उपलब्ध कराई जाएगी।
यह अभियान न केवल टीबी मरीजों के लिए राहत देने वाला है, बल्कि समाज को इस संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
