बरेली/अलीगढ़ – अलीगढ़ जनपद के इगलास थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती रूबा ने अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपनाकर प्रेमी राजेश से शादी कर ली है। युवती ने बताया कि उसे इस्लाम धर्म से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन तीन तलाक और हलाला जैसी प्रथाएं उसे स्वीकार नहीं थीं। इसलिए उसने स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया।
रूबा ने धर्म परिवर्तन के बाद अपना नाम बदलकर ‘रूबी’ रख लिया है। उसने बरेली निवासी राजेश से अगस्त्य मुनि आश्रम में वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह किया। विवाह से पहले आश्रम में उसका शुद्धिकरण किया गया, जिसमें गोमूत्र और गंगाजल का प्रयोग हुआ।
ऐसे हुई मुलाकात और प्यार
बरेली के शाही निवासी राजेश का एक दोस्त अलीगढ़ के इगलास क्षेत्र के गांव में रहता है। अक्सर राजेश अपने दोस्त से मिलने गांव जाया करता था। करीब एक साल पहले उसकी मुलाकात रूबा से हुई। पहली ही मुलाकात में रूबा ने राजेश से मोबाइल नंबर मांगा और फिर दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई।
जल्द ही यह बातचीत प्यार में बदल गई। दोनों ने अपने-अपने घरों में इस रिश्ते की बात भी की, लेकिन पारिवारिक असहमति के चलते दोनों को खुद निर्णय लेना पड़ा।
रूबी ने कहा- मेरी मर्जी से अपनाया धर्म
रूबी ने कहा, “मैं बालिग हूं और अपनी मर्जी से राजेश के पास आई हूं। मुझे हिंदू धर्म अपनाने में कोई झिझक नहीं थी क्योंकि मुझे यह धर्म अच्छा लगता है। न मुझे किसी ने बहकाया और न ही डराया।”
अगस्त्य मुनि आश्रम में हुई शादी
10 अप्रैल को दोनों बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम पहुंचे, जहां पंडित केके शंखधार द्वारा रूबी का विधिवत शुद्धिकरण कर ‘घर वापसी’ कराई गई। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सात फेरे लेकर राजेश और रूबी ने एक-दूजे को जीवनसाथी बना लिया।
परिजन ने दर्ज कराई गुमशुदगी, सुरक्षा की मांग
रूबी के परिजनों ने अलीगढ़ में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, रूबी ने पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि उसे अपने घरवालों से खतरा हो सकता है।
