बदायूं में झोलाछाप से इलाज के दौरान सर्दी-खांसी के मरीज की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन देने के कारण उसकी जान गई है। मामले की जानकारी पर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। वहीं झोलाछाप फिलहाल फरार है।
उझानी कोतवाली इलाके के मुरावन नगला गांव निवासी तोताराम (50) को सोमवार को खांसी शुरू हो गई। बताया जाता है कि उसे सर्दी लग गई थी। ऐसे में वह अपने भतीजे के साथ पड़ोस के गांव बुटला दौलत में खुद को डॉक्टर बताकर क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप के यहां दवा लेने गया। परिजनों के मुताबिक झोलाछाप ने पहले उसे एक इंजेक्शन दिया और दवा भी दी। जबकि कुछ देर बाद एक और इंजेक्शन लगाया।
पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार इस इंजेक्शन के लगने के बाद उसकी हालत अचानक बिगड़ने लगी। मरीज को उल्टियां शुरू हो गईं। कुछ देर बाद उसकी मौके पर ही गिरकर मौत हो गई। हालांकि परिजन उसे बचाने की आस में मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे लेकिन वहां ड़ॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।