आगरा में नकली दवाओं की सूचना पर ड्रग विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी की। दो ड्रग इंस्पेक्टर सहित असिस्टेंट कमिश्नर छापेमारी को पहुंचे। शमसाबाद के नया बांस रोड पर विजय मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर 90 हजार की दवाएं सीज की गईं। दो एंटीबायोटिक और दो गैस की दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अवैध हॉस्पिटल में डिलीवरी, अबॉर्शन के साथ ही बुखार के मरीजों का इलाज किया जा रहा था। हॉस्पिटल में दो मरीज भर्ती थे।
ड्रग और स्वास्थ्य विभाग ने की छापेमारी; भर्ती मिले मरीज
एसीएमए डॉ. पीयूष जैन ने बताया कि विजय मेडिकल स्टोर के बारे में सीएम पोर्टल पर शिकायत की गई थी। इसके बाद यहां छापा मारा गया। मेडिकल स्टोर के पीछे ही हॉस्पिटल चल रहा था। दो फ्लोर के हॉस्पिटल में 5 बेड थे। बुखार के दो मरीज भर्ती थे। हॉस्पिटल में एक लेबर रूम भी था।
अबॉर्शन के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाएं और इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन भी मिले। हॉस्पिटल में मिले मनीष ने बताया कि उसका भाई बल्ले इसे चलाता है। वो डी-फार्मा कर चुका है। बीएएमएस कर रहा है। हॉस्पिटल में नर्स के रूप में काम करने वाली एक महिला भाग गई। हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है।
इंटर पास बैठा था मेडिकल स्टोर पर ड्रग विभाग ने मेडिकल स्टोर पर बैठे मिथुन से पूछताछ की। उसने बताया कि वो इंटर पास है। रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाया। मेडिकल स्टोर से 90 हजार की दवाएं जब्त की गई हैं। स्टोर से टैबलेट वाक्लेव 625, कैप्सूल रैबफ्लाई डीएसआर, कैप्सूल रैबीमेन डीएसआर और टैबलेट मौक्स सीवी 625 के सैंपल लिए गए हैं।
सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद संचालक पर कार्रवाई हो सकती है। टीम बरामद सभी दवाएं को सीज कर अपने साथ ले गई। पुलिस की मौजूदगी में मेडिकल स्टोर को सील कराया गया। सीज दवाओं की कस्टडी के लिए कोर्ट में विभाग अपील करेगा।