नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने तिरुपति तिरुमला मंदिर के लड्डुओं और अन्नदानम के नमूनों की जांच के बाद यह स्तब्ध कर देने वाला खुलासा किया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर में रहने वाले एक अरब से अधिक हिंदुओं के प्रमुख आस्था केंद्रों में से एक तिरुपति तिरुमला मन्दिर में प्रसाद के तौर पर मिलने वाले लड्डुओं में मिलावट की बात सामने आयी है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (National Dairy Development Board) ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए लड्डुओं में चर्बी और बीफ मिले होने की पुष्टि की है। NDDB की रिपोर्ट के अनुसार, तिरुपति तिरुमला मंदिर के लड्डू बनाने में मछली के तेल, बीफ और चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि प्रसाद के तौर इन लड्डुओं का वितरण न केवल श्रद्धालुओं के बीच किया गया, बल्कि भगवान को भी प्रसाद के तौर पर इसी लड्डू का भोग लगाया जाता था।तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में तिरुपति लड्डू चढ़ाया जाता है जिसका संचालन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) करता है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने तिरुपति तिरुमला मंदिर के लड्डुओं और अन्नदानम के नमूनों की जांच के बाद यह स्तब्ध कर देने वाला खुलासा किया है। आंध्र प्रदेश में सत्तरूढ टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने कहा कि नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि तिरुमाला को आपूर्ति किए गए घी को तैयार करने में गोमांस की चर्बी और पशु वसा-लार्ड और मछली के तेल का उपयोग किया गया था।