वाराणसी से बड़ी खबर सामने आई है, जहाँ एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने गुरुवार को एक अहम कार्रवाई करते हुए नगर निगम के सुपरवाइजर रामचंद्र को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
मामला भेलूपुर चौराहे के पास का है। जानकारी के अनुसार, हड़ौरा थाना इलिया (जिला चंदौली) निवासी महेंद्र, जो पिछले 10 वर्षों से नगर निगम की रेवड़ी चौकी पर आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं, ने 20 सितंबर 2025 को एंटी करप्शन ऑफिस वाराणसी में शिकायत दर्ज कराई थी।
महेंद्र ने बताया कि सुपरवाइजर रामचंद्र उनसे हर महीने ₹2000 रिश्वत मांग रहा था और रिश्वत न देने पर हाजिरी न लगाने, वेतन रोकने व नौकरी से निकालने की धमकी दे रहा था। जुलाई और अगस्त के लिए एकमुश्त ₹4000 देने का दबाव भी बनाया गया।
“सफाई कर्मचारी ने हिम्मत दिखाई — रिश्वतखोर सुपरवाइजर गिरफ्तार!”
इस शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और 9 अक्टूबर 2025 को दोपहर करीब 1:50 बजे भेलूपुर चौराहे के पास मंदिर के नजदीक महेंद्र ने जैसे ही ₹4000 रामचंद्र को दिए, टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
“₹4000 की रिश्वत, नौकरी की धमकी और फिर… रंगे हाथों गिरफ़्तारी!”
मौके से रिश्वत के नोट बरामद किए गए हैं। एंटी करप्शन विभाग ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आगे की जांच जारी है।
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश के रूप में देखी जा रही है।
