लखनऊ से बड़ी राजनीतिक खबर!
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है।
मायावती ने सवाल उठाया — “अगर अखिलेश यादव को कांशीराम जी से इतना ही प्रेम है, तो मेरे कार्यकाल में कांशीराम जी के नाम पर रखे गए ‘कांशीराम नगर’ (वर्तमान में कासगंज) जिले का नाम उनकी सरकार में आते ही क्यों बदल दिया गया?”
मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव केवल दलित वोटों पर नज़र गड़ाए हुए हैं, लेकिन उनके शासनकाल में दलितों पर सबसे अधिक अत्याचार हुए।
उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने कांशीराम जी के नाम पर चल रही कई योजनाओं को भी बंद कर दिया, जिससे स्पष्ट होता है कि उनकी विचारधारा केवल दिखावे की है, न कि सच्ची बहुजन हितैषी।
बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि अगर अखिलेश यादव वास्तव में कांशीराम जी की विचारधारा को मानते हैं, तो उन्हें अपने पुराने फैसलों की समीक्षा करनी चाहिए और बहुजन समाज से माफी मांगनी चाहिए।
मायावती ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद पर भी तंज कसते हुए कहा — “क्या चंद्रशेखर ने आज तक ऐसे सवाल उठाए? क्योंकि वो ‘भीम’ नहीं, ‘मीम’ की राजनीति करना चाहता है।”
