मथुरा | 17 मई 2025
आज दिनांक 17 मई 2025 को पांचजन्य प्रेक्षागृह, डैंपियर नगर, जनपद मथुरा में ऑपरेशन जागृति फेज-4 आउटरीच प्रोग्राम का समापन समारोह भव्यता एवं गरिमा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर पुलिस महानिदेशक महोदया, आगरा जोन ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी श्रीमती मंजरी जारुहर की विशेष उपस्थिति रही। उनके साथ पुलिस उपमहानिरीक्षक आगरा परिक्षेत्र, पुलिस उपमहानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र, एवं कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि का प्रेरणादायक संबोधन
मुख्य अतिथि श्रीमती मंजरी जारुहर ने अपने संबोधन में पुलिस विभाग, विभिन्न अन्य विभागों के अधिकारियों, गणमान्य नागरिकों एवं उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि वे 1976 बैच की बिहार कैडर की प्रथम महिला आईपीएस अधिकारी रही हैं। उन्होंने अपने संघर्ष और समर्पण से सीआरपीएफ एवं सीआईएसएफ के महानिदेशक पद तक की यात्रा को साझा किया।
उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में हैदराबाद पुलिस अकादमी के दौरे के दौरान उन्होंने देखा कि 240 आईपीएस प्रशिक्षुओं में 40 महिलाएं शामिल थीं, जो आज की पीढ़ी की प्रगति और सशक्तिकरण को दर्शाता है। उन्होंने नई पीढ़ी की महिला अधिकारियों को कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी एवं संवेदनशीलता के साथ सेवा करने की प्रेरणा दी।
नुक्कड़ नाटकों से जागरूकता
समारोह में ऑपरेशन जागृति के छह मुख्य बिंदुओं—
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घरेलू हिंसा
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महिलाओं की आड़ में झूठे मुकदमे
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लव रिलेशनशिप
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साइबर हिंसा
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नशा मुक्ति
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पारिवारिक विघटन
से संबंधित छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटकों ने उपस्थित जनसमूह को जागरूक करने का सराहनीय कार्य किया। इन प्रस्तुतियों ने सामाजिक मुद्दों को सरल व प्रभावशाली तरीके से सामने रखा।
अधिकारियों एवं जागृति वॉरियर्स को सम्मान
मुख्य अतिथि द्वारा ऑपरेशन जागृति में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 36 अधिकारी-कर्मचारी (पुलिस, शिक्षा, आंगनवाड़ी, ब्लॉक एवं सखी विभागों से) और 10 ऑपरेशन जागृति वॉरियर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उपस्थित प्रमुख अधिकारी
समारोह में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद, पुलिस अधीक्षक कासगंज, एटा, मैनपुरी, जोन के पुलिस उपाधीक्षकगण, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
समापन
समारोह के सफल आयोजन ने न केवल जागरूकता को बल दिया बल्कि पुलिस और समाज के बीच सहयोग की भावना को और भी प्रगाढ़ किया। ऑपरेशन जागृति समाज में सुरक्षा, संवेदनशीलता और सहयोग के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है।
