बरेली, उत्तर प्रदेश – बरेली में निजी स्कूलों की मनमानी और अभिभावकों के शोषण के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को कांग्रेस की जिला और महानगर इकाइयों ने सिटी मजिस्ट्रेट को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर स्कूलों की मनमानी पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलेनी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के अधिकांश निजी स्कूल अब शिक्षा के नाम पर व्यापार कर रहे हैं। न केवल फीस में बेतहाशा वृद्धि की जा रही है, बल्कि अभिभावकों को किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने के लिए भी मनपसंद दुकानों पर जाने को मजबूर किया जा रहा है।”
महंगाई के बीच अभिभावकों पर दोहरी मार
महानगर अध्यक्ष दिनेश दद्दा एडवोकेट ने कहा कि महंगाई के इस दौर में पहले ही आम जनता की कमर टूट चुकी है। ऐसे में स्कूलों की मनमानी अभिभावकों पर मानसिक और आर्थिक दोहरा बोझ डाल रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के नाम पर यह खुला शोषण अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
न्यायसंगत नियम बनाने की मांग
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मांग की कि स्कूल फीस, किताबों और यूनिफॉर्म की बिक्री को लेकर एक न्यायसंगत और पारदर्शी नीति बनाई जाए ताकि कोई भी स्कूल मनमानी न कर सके।
प्रदर्शन में शामिल रहे ये कार्यकर्ता
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता इल्यास अंसारी, जिया उर रहमान, उल्फत सिंह कठेरिया समेत कई वरिष्ठ कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर व्यापक जन आंदोलन शुरू करेगी।
