बरेली, उत्तर प्रदेश – बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के रूपापुर गांव में रामनवमी के दिन एक अनोखी और आस्था से जुड़ी घटना सामने आई है। गांव के एक किसान मोतीराम ने दावा किया है कि उन्हें सपने में हनुमान जी के दर्शन हुए, और उसी के निर्देश पर खेत की खुदाई के दौरान लगभग 4 फीट नीचे से एक प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई है। इस चमत्कारिक घटना के बाद ग्रामीणों ने उसी स्थान पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है।
बालाजी की कृपा से मिला स्वास्थ्य, फिर मिला संदेश
गांव निवासी 45 वर्षीय किसान मोतीराम ने बताया कि वह करीब छह साल पहले एक गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। कई स्थानों पर इलाज कराने के बावजूद जब उन्हें राहत नहीं मिली, तब उन्होंने मेहंदीपुर और सालासर बालाजी मंदिरों में जाकर सेवा और ध्यान शुरू किया। मोतीराम का मानना है कि बालाजी की कृपा से वे पूरी तरह स्वस्थ हो गए।
रामनवमी की रात आया सपना
रामनवमी की रात मोतीराम को सपना आया जिसमें हनुमान जी ने उन्हें मंदिर बनवाने का संदेश दिया और बताया कि उनकी मूर्ति खेत में है। अगली सुबह मोतीराम ने गांववालों को यह बात बताई और फिर खेत की खुदाई शुरू की गई।
मूर्ति मिलते ही गूंजे जयकारे
जैसे ही लगभग चार फीट की गहराई पर हनुमान जी की मूर्ति प्रकट हुई, पूरा वातावरण “जय श्रीराम” और “जय हनुमान” के जयकारों से गूंज उठा। देखते ही देखते यह खबर पूरे क्षेत्र में फैल गई और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वहां जुटने लगी।
मंदिर निर्माण कार्य शुरू, श्रद्धा में डूबा गांव
रामनवमी के दिन से ही उसी स्थान पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। ग्रामीण तन, मन और धन से इस कार्य में जुट गए हैं। दूर-दूर से श्रद्धालु मूर्ति के दर्शन करने पहुंच रहे हैं और इसे एक दिव्य चमत्कार मान रहे हैं।
मोतीराम का परिवार
मोतीराम के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। एक बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि दूसरी स्नातक की पढ़ाई कर रही है। मोतीराम के चार भाई हैं, जिनमें एक फौज में कार्यरत है और बाकी खेती करते हैं।
