स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार से ‘दस्तक अभियान’ की शुरुआत कर दी गई है, जो कि 30 अप्रैल तक चलेगा। इस अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर न केवल लोगों को संचारी बीमारियों के प्रति जागरूक करेंगी, बल्कि मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने और संक्रामक रोगों से बचाव के उपाय भी बताएंगी।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. प्रशांत रंजन ने बताया कि दस्तक अभियान का उद्देश्य बुखार के मरीजों की समय से पहचान कर उनका उपचार कराना है। स्क्रीनिंग के दौरान यदि डेंगू या मलेरिया के लक्षण मिलते हैं, तो आशा कार्यकर्ता संबंधित मरीज को रिपोर्ट के साथ सीएचसी या पीएचसी पर उपचार के लिए ले जाएंगी। अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता लोगों को हीटवेव से बचाव के उपाय भी बताएंगी। इसके अलावा, कुपोषित बच्चों, दिव्यांगों और कुष्ठ रोगियों की जानकारी एकत्र कर स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। अभियान के पहले दिन आशा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न घरों में जाकर कूलर, पानी की टंकियों और गमलों की जांच की तथा मच्छरजनित रोगों से बचने के उपाय बताए। लोगों को यह सिखाया गया कि वे अपने घर और आसपास के क्षेत्रों में पानी जमा न होने दें और लार्वा नष्ट करने के घरेलू उपाय अपनाएं। इस अभियान से यह उम्मीद की जा रही है कि डेंगू, मलेरिया जैसे रोगों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकेगा और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
